हैदराबाद: हिन्दुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) विंग्स इंडिया 2024 के दौरान हिंदुस्तान -228 विमान और एएलएच ध्रुव उन्नत नागरिक हेलिकॉप्टर का प्रदर्शन करेगा।
इस प्रदर्शन का आयोजन हैदराबाद के बेगमपेट हवाई अड्डे पर 18-21 जनवरी तक किया जाएगा।
एचएएल केअध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (अतिरिक्त प्रभार) सीबी अनंतकृष्णन ने कहा, “एचएएल भारत में क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए ‘मेड इन इंडिया’ फिक्स्ड विंग सिविल एयरक्राफ्ट की पहल को आगे बढ़ा रहा है। कंपनी डीओ-228 और एचएस 748 जैसे विमानों के निर्माण में अपनी ताकत का लाभ उठा रही है और क्षेत्रीय परिवहन विमान जैसे नागरिक विमान कार्यक्रमों में अपनी क्षमताओं का विस्तार कर रहा है। एचएएल नागरिक एमआरओ गतिविधियों को शुरू करने के लिए भी सक्रिय रूप से सहयोग कर रहा है।”
शो के दौरान एचएएल हॉल ए, स्टॉल नंबर 25 पर मौजूद रहेगा। एचएएल स्टॉल पर एलयूएच (सिविल वेरिएंट), हिंदुस्तान-228, एएलएच (सिविल वेरिएंट), लाइन रिप्लेसेबल यूनिट्स (एलआरयू) और सिविल विमान से संबंधित सहायक उपकरण के स्केल मॉडल प्रदर्शित किए जाएंगे।
एचएएल विभिन्न परियोजनाओं के लिए अपने व्यावसायिक भागीदारों के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर करने के अलावा ओईएम और ग्राहकों के साथ व्यावसायिक बैठकें आयोजित करेगा।
अत्याधुनिक हल्के हेलिकॉप्टर का एक प्रकार उन्नत सिविल ध्रुव हेलिकॉप्टर, 5.5 टन वजनी, दो इंजन वाला हेलिकॉप्टर है, जिसे एचएएल द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है।
हेलिकॉप्टर आपदा प्रबंधन, खोज और बचाव (एसएआर), अंडरस्लंग भूमिकाएं, हेली-पर्यटन, वीआईपी परिवहन जैसी विभिन्न भूमिकाएं निभा सकता है। हेलिकॉप्टर में एडवांस्ड ग्लास कॉकपिट और एवियोनिक्स है। यह हेलिकॉप्टर भारत सरकार के क्षेत्रीय कनेक्टिविटी कार्यक्रम (आरसीएस) को पूरा करेगा।
हिंदुस्तान 228 विमान एक बहुउद्देश्यीय, हल्के वजन वाला ट्विन टर्बोप्रॉप विमान है जिसे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना, उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) के तहत छोटी दूरी के हवाई मार्गों पर दूरस्थ क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को पूरा करने के लिए एचएएल द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित किया गया है।
हिंदुस्तान-228 को क्षेत्रीय एयरलाइनर/एयर टैक्सी, वीआईपी/कार्यकारी परिवहन, खोज और बचाव, हताहत निकासी/एम्बुलेंस, कार्गो और रसद सहायता, हवाई अड्डे के नौसेना-सहायता का अंशांकन, भौगोलिक सर्वेक्षण, हवाई फोटोग्राफी, आदि विभिन्न भूमिकाओं के लिए कॉन्फ़िगर किया जा सकता है । विमान के कॉकपिट को पूरी तरह से डिजिटल ग्लास कॉकपिट, उन्नत एवियोनिक्स और सिस्टम के साथ उन्नत किया गया है।
एचएएल ने लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर का एक सिविल संस्करण विकसित करने की भी पहल की है। कंपनी डीजीसीए प्रमाणन के साथ एलयूएच सिविल प्रोटोटाइप के निर्माण पर काम कर रही है, जिसके दिसंबर 2025 तक हासिल होने की उम्मीद है।
एचएएल विंग्स इंडिया 2024 में हिंदुस्तान-228, एएलएच ध्रुव का करेगा प्रदर्शन
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