नयी दिल्ली / गुरुग्राम: दिग्गज स्टेनलेस स्टील विनिर्माता जिंदल स्टेनलेस ने बजट 2024-25 से पहले फेरो निकेल और फेरो मॉलेब्डेनम को बुनियादी आयात शुल्क से दीर्घ-काल तक मुक्त रखने और स्टेनलेस स्टील स्क्रैप और स्टील स्क्रैप पर शून्य सीमा शुल्क जारी रखने का सुझाव दिया है।
जिंदल स्टेनलेस की ओर से शनिवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार कंपनी ने स्टेनलेस इस्पात उद्योग के लिये कच्चे माल की आपूर्ति की सुविधा और सुनिश्चितता के मद्देनजर ये सुझाव दिये हैं।
कंपनी के प्रबंध निदेशक अभ्युदय जिंदल ने कहा, “ हम विशेष रूप से प्रतिस्पर्धी दरों पर इस महत्वपूर्ण कच्चे माल तक उद्योग की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये फेरो निकल और फेरो मोलिब्डेनम पर बुनियादी सीमा शुल्क में दीर्घकालिक छूट का प्रस्ताव करते हैं। इसके अतिरिक्त, हम शुद्ध निकल के अलावा स्टेनलेस स्टील स्क्रैप और स्टील स्क्रैप पर शून्य सीमा शुल्क जारी रखने की वकालत करते हैं। ”
श्री जिंदल ने कहा,“ हम देश से क्रोम अयस्क के निर्यात पर 30 प्रतिशत का निर्यात शुल्क भी इसे जारी रखने का भी अनुरोध करते हैं। चीन से डंपिंग और घटिया आयात का मुद्दा, विशेष रूप से 200 श्रृंखला ग्रेड के उत्पादों का आयात, एक अच्छी तरह से सिद्ध की जा चुकी चुनौती है। जिंदल स्टेनलेस ने डंपिंग की चुनौती से निपटने के लिये इस्पात पर शुल्क-मूल्य की व्यवस्था करने और सब्सिडी मार्जिन/डंपिंग मार्जिन के आधार पर शुल्क लगाने के लिए व्यापार उपचार कानूनों में भी संशोधन की सिफारिशें की हैं। ”
जिंदल स्टेनलेस को भरोसा है कि इन प्रस्तावों से स्टेनलेस स्टील उद्योग को फलने-फूलने में मदद मिलेगी।
जिंदल स्टेनलेस का निकेल, स्क्रैप पर दीर्घकालि आयात शुल्क रियातों का सुझाव
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