भोपाल: पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के नजदीकी माने जाने वाले मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना ने आज कांग्रेस पार्टी से त्यागपत्र दे दिया।
छिंदवाड़ा जिले से विधायक रह चुके श्री सक्सेना ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को संबोधित पत्र में पार्टी से त्यागपत्र देने की बात कही है। श्री सक्सेना ने इसी तरह का पत्र पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को भी लिखा है। दोनों ही पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
छिंदवाड़ा जिला निवासी श्री सक्सेना ने प्रदेश अध्यक्ष को लिखे पत्र में कहा कि वे वर्ष 1974 से कांग्रेस के सदस्य रहे हैं। सात बार विधानसभा का चुनाव लड़ा और छिंदवाड़ा कोऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष पद पर भी रहे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी में श्री दिग्विजय सिंह के साथ पांच साल तक सह सचिव पद पर रहे।
श्री सक्सेना ने लिखा है कि उन जैसे किसान परिवार के छोटे व्यक्ति पर श्री राजीव गांधी, श्रीमती सोनिया गांधी और श्री कमलनाथ ने विश्वास कर दायित्व दिया, जिसके लिए वे सदैव कांग्रेस के ऋणी रहेंगे। पत्र के अंत में श्री सक्सेना ने लिखा है कि वर्तमान में व्यक्तिगत परेशानियों के कारण कांग्रेस पार्टी की जवाबदारी निर्वहन नहीं कर पा रहे हैं, इसलिए वे कांग्रेस से त्यागपत्र दे रहे हैं। उन्होंने त्यागपत्र को स्वीकार करने का अनुरोध प्रदेश अध्यक्ष से किया है।
इस बीच प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख के के मिश्रा ने इस संबंध में नपे तुले शब्दों में यूनीवार्ता से कहा कि श्री सक्सेना के त्यागपत्र की सूचना उन्हें मीडिया के माध्यम से मिली है।
दरअसल हाल ही में श्री कमलनाथ के एक अन्य नजदीकी माने जाने वाले छिंदवाड़ा के स्थानीय नेता सैयद जफर ने भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है। इस तरह के घटनाक्रमों के राजनैतिक गलियारों में अनेक मायने निकाले जा रहे हैं।
श्री कमलनाथ छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र का पर्याय माने जाते हैं और इस बार यहां से श्री कमलनाथ के पुत्र नकुलनाथ लगातार दूसरी बार चुनाव मैदान में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में हैं। छिंदवाड़ा में नामांकनपत्र दाखिले का कार्य कल से प्रारंभ हो गया है और इसकी अंतिम तिथि 27 मार्च है। मतदान 19 अप्रैल को होगा।