जयपुर: राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने महिला सशक्तीकरण के प्रयासों की सराहना करते हुए जनजातीय क्षेत्रों में स्थानीय स्तर के लघु और कुटीर उद्योगों से जुड़ी उद्यमिता विकास के और अधिक प्रयास किए जाने पर जोर दिया हैं।
श्री मिश्र ने बुधवार को राजभवन में आदिवासी क्षेत्र कुशलगढ़ में घरेलू उद्योग धंधों, सिलाई कढ़ाई, मेंहदी प्रशिक्षण और अन्य स्थानीय कार्यों के स्वरोजगार से आत्मनिर्भर बनी महिलाओं के उनसे मुलाकात के अवसर पर यह जोर दिया। उन्होंने जनजातीय क्षेत्रों में महिला सशक्तीकरण के प्रयासों की सराहना भी की।
उन्होंने आदिवासी क्षेत्र में कार्य कर रही इन महिलाओं के द्वारा किए जा रहे कार्यों को रुचि लेकर सुना और कहा कि महिलाओं की आत्मनिर्भरता से ही जनजातीय क्षेत्रों का तेजी से विकास हो सकता है। कुशलगढ़ और आस पास के आदिवासी क्षेत्र की इन महिलाओं ने राज्यपाल को बताया कि कैसे स्थानीय संसाधनों, सिलाई, मेंहदी, कंप्यूटर आदि का सुनियोजित प्रशिक्षण लेकर उन्होंने गांवों में अपनी दुकान खोली, बाजार में उत्पाद बेच रही हैं और अन्य रोजगार गतिविधियों से तेजी से आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हो रही हैं। उन्होंने अपने उत्पाद भी राज्यपाल को दिखाए।
इस दौरान “प्रतिध्वनि” संस्थान की सचिव डॉ. निधि जैन ने आदिवासी क्षेत्र की महिलाओं की आत्मनिर्भरता की “सखी” योजना के बारे में बताया तथा स्वरोजगार के ऐसे प्रयासों में सहयोग के लिए आग्रह भी किया।