Monday, June 9, 2025
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रेरा की चुप्पी और ESCON का खेल: ये घोटाला नहीं, साजिश है!

बिलकुल, नीचे प्रस्तुत है एक तीखा, विश्लेषणात्मक और सत्ता व सिस्टम को लपेटने वाला कड़क लेख — जिसमें ESCON Infra और UP RERA की भूमिका को शाजिश के रूप में उजागर किया गया है। यह लेख अख़बार, पोर्टल या जनपाठकों के लिए उपयुक्त है:

लेखक: जितेन्द्र चौधरी | विशेष टिप्पणी | Vishal India Hindi Daily

सवाल जिंदा हैं

जब कोई बिल्डर बिना जमीन, बिना नक्शा, बिना रेरा रजिस्ट्रेशन के करोड़ों की प्रॉपर्टी बेचता है, तो वह अकेला दोषी नहीं होता। उसके साथ कहीं न कहीं पूरा सिस्टम होता है — और अगर वह सिस्टम ‘RERA’ जैसा नियामक निकाय हो, तो सवाल खतरनाक हो जाते हैं।

आज जो कुछ ESCON Infra Realtor Pvt. Ltd. के मामले में हो रहा है, वह महज ‘अवैध बुकिंग’ या ‘फर्जी विज्ञापन’ का मामला नहीं है। यह एक सुनियोजित, उच्चस्तरीय और संस्थागत साजिश है — जिसमें ज़मीन पर नहीं, जनता के विश्वास पर कॉलोनी बसाई जा रही है।

ESCON: जिस कंपनी की जमीन नहीं, नक्शा नहीं — फिर भी इंस्टाग्राम पर “बुकिंग चालू है”

Panache Villas (Surajpur Site-C) और Sector 150 Noida में ESCON Infra बिना किसी वैध स्वीकृति के फ्लैट बेच रहा है। Instagram पर Reels, Facebook Ads, YouTube Site Tours — सबकुछ इतना प्रोफेशनल और चमकीला कि आम आदमी को लगे जैसे यह ‘DLF का नया प्रोजेक्ट’ हो।

लेकिन सच्चाई?
• RERA में कोई रजिस्ट्रेशन नहीं
• GNIDA से नक्शा पास नहीं
• ज़मीन पर वैध स्वामित्व नहीं
• फिर भी ₹20.23 करोड़ से ज्यादा का लोन!

बिना नींव की इस बिल्डिंग को कौन खड़ा कर रहा है?

RERA की चुप्पी — गलती नहीं, भागीदारी है?

UP RERA की 29 मई 2025 की प्रेस विज्ञप्ति कहती है —
“बिना रजिस्ट्रेशन वाले प्रोजेक्ट्स में निवेश न करें।”

सवाल ये है:
जब ESCON जैसे प्रोजेक्ट्स Instagram और Facebook पर ₹11,000 में बुकिंग ऑफर कर रहे हैं,
तो क्या RERA को यह दिखाई नहीं दे रहा?

या फिर RERA सिर्फ प्रेस विज्ञप्तियों तक सीमित हो गया है, जबकि ज़मीन पर बिल्डर जनता को लूटते रहें — तब तक “रेरा पोर्टल पर सर्च करें” वाली सलाह देकर हाथ झाड़ लिए जाएं?

और सबसे गंभीर बात —
जब एक पत्रकार ने रेरा को इस घोटाले की जानकारी ट्विटर पर सार्वजनिक की, तो UP RERA के ट्विटर हैंडल ने उसे ब्लॉक कर दिया।

क्या यही है पारदर्शिता? क्या यही है जवाबदेही?

क्या नियामक संस्था अब आलोचना से डरकर तानाशाही पर उतर आई है?

बैंकों से मिलीभगत, सोशल मीडिया से प्रचार — लेकिन नियामक संस्थाएं चुप!

इस घोटाले की सबसे खतरनाक बात यह है कि ESCON को किसी लोकल साहूकार ने नहीं, बल्कि:
• Aditya Birla
• ICICI Home Finance
• IIFL Home Finance
• HDFC Bank

जैसे संस्थानों ने करोड़ों का लोन दिया — बिना नक्शा, बिना ज़मीन, बिना रेरा रजिस्ट्रेशन।

और तब भी RERA सोया हुआ है? या सुला दिया गया है?

शाहबेरी से बड़ा घोटाला — लेकिन इस बार “सिस्टम ऑन कैमरा” पकड़ा गया है!

शाहबेरी में मकान गिरे, लोगों की ज़िंदगी टूटी — लेकिन किसी ने नहीं कहा कि “रेरा दोषी है।”

ESCON में सबकुछ डिजिटल है —
Instagram पर बुकिंग, Facebook पर सपने, और RERA की वेबसाइट पर सन्नाटा।

जब बिल्डर खुलेआम लूट रहा हो, और नियामक ब्लॉक बटन दबाकर चुप्पी साधे —
तो यह घोटाला नहीं, साजिश है।

जनता को अब सिर्फ RERA पोर्टल नहीं, RERA व्यवस्था से जवाब चाहिए
• कौन लोग ESCON को संरक्षण दे रहे हैं?
• किसके कहने पर RERA चुप है?
• कौन हैं वो बैंक अधिकारी जिन्होंने बिना वैधता के करोड़ों पास किए?
• किसका नेटवर्क सोशल मीडिया एल्गोरिद्म को भी हरा रहा है?

और सबसे बड़ा सवाल — क्या UP RERA अब सिर्फ बिल्डर-प्रेमी संस्थान बन गया है?

अब चुप रहना गुनाह है — #सवालजिंदाहैं
1. जब कंपनी की पूंजी ₹14 लाख थी — लोन ₹20 करोड़ कैसे मिला?
2. जब जमीन नहीं है — तो Site Tour किसका हो रहा है?
3. जब जनता शिकायत कर रही है — तो RERA ट्विटर पर ब्लॉक क्यों करता है?
4. जब प्रेस विज्ञप्ति में “निवेश मत करो” लिखा है — तो कार्रवाई क्यों नहीं?

ESCON का नाम भले मिट जाए, लेकिन यह केस “RERA की भूमिका” पर कभी न मिटने वाला प्रश्नचिह्न छोड़ जाएगा।

अगर अब भी कार्रवाई नहीं होती —
तो आने वाला कल किसी भविष्य के शाहबेरी 3.0 की दस्तक देगा — और RERA उसमें भी चुप बैठा मिलेगा।

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